July 12, 2022


कहीं आप भी तो नहीं ले रहे जरूरत से ज्यादा विटामिन डी, हो सकते है नुकसान


विटामिन डी का शरीर को सेहतमंद रखने में बड़ा महत्व है। विटामिन डी मछली, पनीर, अंडे, लिवर ऑयल में पाया जाता है। इसी के साथ विटामिन डी का सबसे बड़ा और मुख्य स्त्रोत सूरज है। रोजाना कुछ समय के लिए धूप में बैठने से भी आपके शरीर को विटामिन डी मिलता है। यह हड्डियों को मजबूत रखने के साथ-साथ इम्युनिटी सिस्टम को भी मजबूत बनाए रखता है।

अगर शरीर में विटामिन डी की कमी हो तो सूरज की रोशन से इसको आसानी से दूर किया जा सकता है. इसके अलावा विटामिन डी से भरपूर पौष्टिक चीजों के सेवन से भी विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है. लेकिन आपको क्या आपको पता है कि विटामिन डी नुकसान भी करती है.

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार सभी लोगों को 400 आईयू/दिन की मात्रा में विटामिन डी का सेवन करना चाहिए। अमेरिका में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं सहित ज्यादातर लोगों को प्रतिदिन लगभग 10 माइक्रोग्राम की मात्रा में विटामिन डी के सेवन की सलाह दी जाती है। एक साल से कम उम्र के बच्चों को रोजाना 8.5 से 10 माइक्रोग्राम की मात्रा में विटामिन डी का जरूरत होती है।

विटामिन डी की अधिकता के कारण होने वाली दिक्कतें

डॉक्टरों के मुताबिक ज्यादा मात्रा में विटामिन डी की गोलियों या सप्लीमेंट्स के सेवन के कारण विटामिन डी विषाक्तता हो सकती है। हालांकि इस तरह की दिक्कतें आहार या सूर्य से मिलने वाली विटामिन डी के कारण नहीं होती हैं, इसका खतरा ज्यादा मात्रा में सप्लीमेंट्स के सेवन के कारण ही होती हैं। यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में प्रकाशित एक अध्ययन में विशेषज्ञ बताते हैं कि वैसे तो विटामिन डी विषाक्तता एक दुर्लभ समस्या है, फिर भी अगर इसे तुरंत पहचाना नहीं गया तो स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव काफी गंभीर हो सकता है।





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