हकिमुददीन नासिर, महासमुंद : छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक गांव ऐसा है, जहां आज तक पक्की सड़क नहीं बन पाई है। इस गांव के लोगों को जंगल के रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है। स्कूल, राशन दुकान सहित अन्य जरूरतों के लिए ग्रामीण कच्चे रास्ते से होकर गुजरने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने पक्की सड़क नहीं बनने पर आने वाले चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
बता दें कि महासमुंद क्षेत्र के ग्राम पंचायत चुरही के आश्रित ग्राम बोरिद के ग्रामीणों को ग्राम पंचायत जाने के लिए लगभग 4 किमी का रास्ता तय करना पड़ता है। ग्रामीणों को बीमार मरीज, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को लाने ले जाने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों को ये सफर कच्चे रास्तों पर तय करना पड़ता है।
कलेक्टर ने दिवाली के बाद पक्की सड़क बनवाने का आश्वासन
ग्रामीण पिछले 25-30 सालों से पक्की सड़क की मांग शासन-प्रशासन से करते आ रहे हैं पर आज तक सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणो ने कलेक्टोरेट पहुंचकर फिर कलेक्टर से फरियाद की। कलेक्टर ने दीपावली के बाद पक्की सड़क बनवाने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि पक्की सड़क नहीं बनी तो आने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे।