भिलाई। CG News : गायों की मौत का यह मामला दुर्ग जिले के गौठानों से जुड़ा है। भिलाई के सुपेला के कोसानाला और वहीं राजनांदगांव बायपास में डी-मार्ट के सामने बनाए गए गौठानों में 10 मवेशियों की मौत हो गई। इन मवेशियों की मौत भूख और प्यास से हो गई। वहीं कई मवेशियों की स्थिति बहुत खराब है। पैरा, चारा-कुट्टी की व्यवस्था नहीं होने से कई मवेशी बीमार भी है। वहीं जिला प्रशासन और गौठान समिति अब पूरे मामले पर लीपापोती करने में लगे हुए हैं।
गौठान में न चारा है और न ही पानी
कांग्रेस शासन में ड्रीम प्रोजेक्ट रहे गौठान सरकार बदलने के बाद बदहाल हो चुके हैं। गौठान में न चारा है और न ही पानी। गोठान अब खाली ही दिखाई देते हैं। किसी गोठान में आवारा मवेशियों को रखा गया है तो उनके लिए भोजन की व्यवस्था नहीं है। कोसानाला और बायपास के गौठान में मवेशियों की मरने की वजह भी भूख और बीमारी है। 10 गायों की मौत हो चुकी है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और स्थानीय निकाय को सूचना भेजी, लेकिन कोई भी नहीं आया। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि गोठान सिर्फ नाम मात्र का रह गया है। कमाई होते तक काम चला अब बंद है।
कोसानाला गोठान समिति की पूर्व अध्यक्ष रेखा बघेल ने बताया कि गोठान में गायों की मौत हुई है। अब हमारी जिम्मेदारी खत्म हो गई है। नए ठेकेदार ने काम संभाला है, अब वही इसे देख रहे हैं। गायों की मौत झिल्ली (प्लास्टिक की थैली) खाने से हुई है, ऐसा बताया जा रहा है। पिछली सरकार के समय तक गोठान में व्यवस्था बहुत अच्छी थी।