राजनांदगांव। CG News : लगभग 100 वर्ष पुराने राजनांदगांव के ऐतिहासिक गणेश उत्सव पर्व और यहां लगभग 87 वर्ष पूर्व से चली आ रही विसर्जन झांकी की परंपरा के अनुरूप इस वर्ष भी शहर में गणेश प्रतिमा विसर्जन की रात्रि विभिन्न धार्मिक प्रसंग पर आधारित चलित विसर्जन झांकी निकल गई। मंगलवार की रात विभिन्न धार्मिक प्रसंगों पर आधारित शहर में भव्य, आकर्षक और जीवंत चलित झांकियां निकाली गई।
राजनादगांव शहर में लगभग 87 वर्ष से गणेश विसर्जन की पूर्व रात्रि में झांकी निकालने की परम्परा चली आ रही है। अपनी परम्परा के अनुरूप राजनांदगांव शहर में विजर्सजन झांकी निकाली गई। यहां विभिन्न गणेशोत्सव समितियों के द्वारा इस वर्ष लगभग 33 झांकियां निकाली गई। इस दौरान पुलिस और प्रशासन की चौक - चौबंध व्यवस्था के बीच शहर में रातभर लाखों दर्शनार्थियों ने मनमोहक झांकियों का आनंद लिया। झांकी की व्यवस्था का जायजा लेने कलेक्टर, एसपी भी शहर की सड़कों पर घूमते रहे। यहां जुटने वाले दर्शनार्थियों की लाखों की संख्या में मौजूदगी रहती है जिसे देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा 5 एएसपी, 14 डीएसपी सहित750 से अधिक पुलिस जवानों और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
शहर में विभिन्न गणेशोत्सव समितियों ने अपनी परम्परा के अनुरूप वर्षों से चली आ रही भगवान गणेश विर्सजन झांकी को इस वर्ष भी बेहतर तरीके से दर्शकों के बीच प्रस्तुत किया गया। राजनांदगांव की विसर्जन झांकी देखने छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के अलावा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र से भी दर्शक यहां पहुंचे थे। वहीं झांसी देखने पहुंचे दर्शकों ने झांकियों के सराहना की।
विसर्जन झांकी के दौरान प्रतिवर्ष जगह-जगह झांकियां जाम होने के चलते इस वर्ष प्रशासन ने नया रूट गणेश उत्सव समिति की बैठक में तक किया था। रूट को लेकर बनी सहमति के अनुसार सभी झांकी देर शाम 7 बजे ही मानव मंदिर चौक से सिनेमा लाइन, हलवाई लाइन होते हुए भारत माता चौक से कामठी लाइन, सुरजन गली से रामाधीन मार्ग, तिरंगा चौक होते हुए गंज चौक से मोहरा में बने विसर्जन कुंड के लिए निकली। इस दौरान कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि अपनी गौरवशाली परंपरा के अनुरूप यहां विसर्जन झांकी निकली है।
राजनांदगांव के इस ऐतिहासिक गणेश उत्सव पर्व पर यहां की झांकियों को लेकर काफी उत्साह का माहौल रहा। आकर्षक लाइटिंग से सुसज्जित आर्च और चलित विसर्जन झांकियां को देखने के लिए देर शाम से ही भीड़ उमड़ने लगी जो गणेश समितियां का उत्साह बढ़ाती रही। इस दौरान शहर की सबसे पुरानी बाल समाज गणेश उत्सव समिति में रामायण के प्रसंग से लवकुश पर आधारित झांकी निकाली गई, वहीं उमंग गणेश उत्सव समिति हमाल पारा से मत्स्य अवतार, श्रीराम मंडल कैलाश नगर चौक से शिव बारात, मोतीपुर से चंद्रमलेश्वर, तिरंगा मंडल से देवलोक, सुमिति मंडल से त्रिपुरासूर वध, नवरत्न मंडल ने मां की ममता, गंज गणेश समिति से राजा बरबरीक की परीक्षा, शंकरपुर से कावड़ यात्रा, गौरीनगर से मारकंडे पुराण, गोल बाजार से अभिमन्यु चक्रव्यूह, गंज गणेश समिति से खाटू श्याम, बाल समाज मित्र मंडल से राम-रावण युद्ध, जय गणेश समिति दीवान पारा से हनुमान जी पर आधारित और त्रिशांक मंडल ब्राह्मण पर से रामलला दर्शन सहित शहर की अन्य गणेश समितियों द्वारा भी अलग-अलग प्रसंग को लेकर झांकी निकाली थी। एक दौरान समिति के लोगों ने कहा कि कोरोना काल के बाद पहली बार इतना उत्साह लोगों में नजर आ रहा है।
शहर की सड़कों में रातभर घूमने वाले आकर्षक झांकियों को नगर निगम द्वारा प्रोत्साहन स्वरूप रनिंग शील्ड , नगदी रकम आदि देने के लिए पंडाल लगाकर झाकियों का अवलोकन किया जाता रहा । झाकियों का आनंद लेने कांग्रेस पार्टी और भाजपा सहित अन्य संगठन अपने - अपने पंडालों में बैठकर गणेशोत्सव समितियों की हौसला अफजाई करते रहे। वहीं विसर्जन झांकी की अदभुट लाईटिंग और प्रसंगों को जनता का काफी अच्छा प्रतिसाद मिला।