आरंग। Arang News : राजधानी रायपुर के आरंग के कॉलेज चौक स्थित साई हॉस्पिटल पर शिकायत के बाद जांच टीम ने निरीक्षण किया है. इस दौरान निरीक्षण दल ने साई हॉस्पिटल में भारी अनियमितता पाया है. इसके बाद हॉस्पिटल पर गाज गिरना लगभग तय है. बता दें कि कुछ महीने पहले ही जब ये हॉस्पिटल साई समर्थ के नाम से संचालित होता था तब इस हॉस्पिटल पर आयुष्मान कार्ड का दुरुपयोग करने और गुमराह करने पर 4 लाख 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया था.
आपको जानकर हैरानी होगी कि सीएमएचओ कार्यालय रायपुर ने 8 अगस्त 2024 को हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था, जिसमें कई कमियां पाई गई थी. इसके बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला रायपुर ने 20 अगस्त 2024 को हॉस्पिटल का संचालन बंद करने का आदेश जारी किया था. सीएमएचओ के आदेश को दरकिनार करते हुए साई हॉस्पिटल का संचालन लगातार जारी है.
साई हॉस्पिटल और राव हॉस्पिटल की जांच में मिली कई अनियमितताएं
बीते दिनों साई हॉस्पिटल और राव हॉस्पिटल की अनियमितता को लेकर शिकायतकर्ता ने 3 बिंदुओ पर आरंग खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय लक्ष्मी अनंत को पत्र सौंपा था. इसके बाद मंगलवार को आरंग तहसीलदार सीता शुक्ला के नेतृत्व में बीएमओ डॉ.अनंत के साथ मेडिकल स्टाफ और पुलिस की टीम ने निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान जांच दल ने शिकायत को सही पाया है. जल्द ही साई हॉस्पिटल पर बड़ी कार्रवाई की बात कही है. आरंग तहसीलदार सीता शुक्ला ने बताया कि हॉस्पिटल के पैरामेडिकल स्टाफ नर्सिंग होम एक्ट के अनुसार सक्षम नहीं है. जहर खुरानी जैसे कई मामलों पर संबंधित थाना को हॉस्पिटल द्वारा जानकारी नहीं दी जाती है. गलत डायग्नोसिस करके मरीजों को सर्जरी के लिए बोला जाता है. वहीं गर्भाशय निकालने की सर्जरी गाइडलाइन के अनुसार नहीं हो रहा है. इन सभी विषयों को जांच दल ने गंभीरता से लिया है. इसके लिए साई हॉस्पिटल प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई गई है.
हॉस्पिटल का संचालन जल्द होगा बंद : तहसीलदार
जांच दल का नेतृत्व कर रही आरंग तहसीलदार सीता शुक्ला ने साई हॉस्पिटल पर कड़ी कार्रवाई करने की बात करते हुए कहा कि जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा साई हॉस्पिटल का संचालन बंद करने का आदेश जारी हो चुका है. इसके बाद भी हॉस्पिटल का संचालन जारी है. इसके लिए हॉस्पिटल प्रबंधन को फटकार लगाई गई है. अभी हॉस्पिटल में कुछ मरीजों का इलाज चल रहा है, जिसके चलते तुरंत हॉस्पिटल को बंद कराना संभव नहीं है. अब यहां नए मरीजों को भर्ती नहीं किया जाएगा. जैसे ही यहां से मरीज डिस्चार्ज होंगे, हॉस्पिटल का संचालन बंद किया जाएगा.